वाक्य क्या है? वाक्य के प्रकार और उदाहरण

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वाक्य किसे कहते है? (Vakya Kise Kahte Hai) : मनुष्य जाति में एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति को अपने मन के विचारों अथवा भावनाओं को समझाने हेतु भाषा का होना जरूरी है। भाषाओं का मेल व्याकरण से होता है। व्याकरण को मिलाकर वाक्यों का निर्माण होता है। जब व्याकरण के मेल होने के बाद सुव्यवस्थित तरीके से वाक्यों को बना दिया जाता है, तब व्यक्ति अपने विचार प्रकट कर दूसरे व्यक्ति को समझाने में सफल होता है।

मनुष्य द्वारा विकसित की गई भाषा अपने विचारों को समझाने का एक अद्भुत अविष्कार है, इसके द्वारा मनुष्य आपस में अपनी बात सफलतापूर्वक जाहिर कर सकता है तथा कम से कम समय में अपने विचारों का आदान प्रदान कर विचार विमर्श कर सकता है या बात कर सकता है।

व्याकरण की बात की जाए, तो हिंदी भाषा ही नहीं जबकि प्रत्येक भाषा में व्याकरण मौजूद होती है। व्याकरण द्वारा शब्दों को सुव्यवस्थित कर दिया जाता है तथा विचारों को समझने की गुणवत्ता कई ज्यादा बढ़ जाती हैं। मेरे द्वारा लिखे जाने वाले इस आर्टिकल में भी सुव्यवस्थित भाषा का उपयोग किया जा रहा है।

व्याकरण के जरिए ही मैं आपको हिंदी भाषा में यह आर्टिकल समझाने में सफल रहूंगा। जो पंक्तियां आप पढ़ रहे हैं, उनको सुव्यवस्थित तरीके से आपके समक्ष प्रस्तुत किया जा रहा है, जिसके द्वारा आप आसानी से यह आर्टिकल समझ पा रहे हैं। इसी कड़ी में हम आगे बढ़ते हुए वाक्य किसे कहते है? (Vakya Kise Kahte Hai) के बारे में समझेंगे कि वाक्य क्या है? इसके कितने प्रकार हैं? इनको उदाहरण सहित समझने की कोशिश करेंगे।

वाक्य की परिभाषा | Vakya Ki Paribhasha

Vakya Kise Kahte Hai
Image: वाक्य किसे कहते है? (Vakya Kise Kahte Hai)

Vakya Kise Kahte Hai (वाक्य किसे कहते है?): किसी भी भाषा में प्रयोग किए जाने वाले शब्दों को सुव्यवस्थित रूप से प्रकट करना जिसके द्वारा मनुष्य अपने विचारों का आदान प्रदान कर सकता है, उन्हें ही हम वाक्य के रूप में जानते हैं। किसी भी साधारण वाक्य में अमूमन कर्ता, कर्म तथा क्रिया शब्द मौजूद होते हैं। ऐसे शब्दों का प्रयोग किया जाना चाहिए जिसके द्वारा मनुष्य के विचारों का पूरा पूरा मतलब निकलता है, जिसके द्वारा समझने में आसानी होती है, उन्हें हम वाक्य कहते हैं।

वाक्य किसे कहते है? : उदाहरण के रूप में अगर हम जानें, तो “परिश्रम का फल मीठा होता है”, इस पंक्ति का पूरा पूरा अर्थ निकलता है। इसलिए यह एक पूर्ण वाक्य है, जबकि अगर इसकी जगह हम ऐसा कहें “परिश्रम फल मीठा होता”, तो यह कोई वाक्य नहीं है। क्योंकि इसका कोई पूर्ण मतलब नहीं निकलता है। इसके द्वारा भावनाओं को समझने में दिक्कत होती है, अथवा हम समझ ही नहीं पाते हैं। इसलिए पूर्ण वाक्य का होना बहुत ही जरूरी होता है।

अर्थ के आधार पर वाक्य के प्रकार

वाक्य के आधार पर वाक्य को कितने भागो में बाटा गया है इसकी जानकारी हम आपको नीचे प्रदान करवा रहे है।

Vakya Ke Parkar(वाक्य के प्रकार) और क्या मतलब के आधार पर वाक्यों के 8 प्रकार होते हैं जो निम्नलिखित है:


1. विधान वाचक वाक्य
2. निषेध वाचक वाक्य
3. प्रश्न वाचक वाक्य
4. विस्मयादी वाचक वाक्य
5. आज्ञा वाचक वाक्य
6. इच्छा वाचक वाक्य
7. संकेत वाचक वाक्य
8. संदेह वाचक वाक्य

1. विधान वाचक वाक्य

ऐसे वाक्य जिसके द्वारा किसी तरह की हमें जानकारी मिलती हो ऐसे वाक्य विधानवाचक वाक्य के रूप में जाने जाते हैं।
उदाहरण के लिए-
• भारत की राजधानी नई दिल्ली है।
• सुरेश के पिताजी का नाम रामचंद्र है।
• रामायण एक धार्मिक ग्रंथ है।
• मुंबई जाने की ट्रेन 9:00 बजे आती है।

2. निषेध वाचक वाक्य

ऐसे वाक्य जिनके द्वारा में कार्य नहीं होने के विचार प्राप्त होते हैं उन वाक्य को निषेध वाचक वाक्य कहा गया है।
उदाहरण के लिए-
• मैंने बगीचे के फूल नहीं तोड़े।
• आज मौसम के अनुसार बारिश नहीं हुई।
• मैंने किसी प्रकार का गृह कार्य नहीं किया।
• दीपक ने मेरा काम नहीं किया।

3. प्रश्नवाचक वाक्य

ऐसे वाक्य जिनके होने से हमें किसी तरह के प्रश्न पूछे जाने का आभास होता हो या उन वादियों में किसी से भी प्रश्न किया जाता हो ऐसे वाक्यों को प्रश्न वाचक वाक्य की श्रेणी में रखा गया है।
उदाहरण के लिए-
• तुम्हारा परिवार आज कहां घूमने गया था?
• तुम्हारा घर कहां पर है?
• आज रात को खाने में क्या खाओगे?
• घड़ी में कितने बजे हैं?

4. विस्मयादि वाचक वाक्य

ऐसे वाक्य जिनके द्वारा हमें किसी प्रकार के गहरे अनुभव होने का ज्ञात होता है या उसके द्वारा हमें किसी भी वस्तु का आचरण अनुभव किया जाता है उन वाक्यों को विस्मय यादि वाचक की श्रेणी में रखा गया है।
उदाहरण के लिए-
• अरे वाह! आज कितना अच्छा मौसम है।
• वाह भाई! गुलाब जामुन तो बहुत ही स्वादिष्ट है।
• ओह! आज तो बहुत ही गर्मी है।

5. आज्ञा वाचक वाक्य

ऐसे वाक्य जिनसे हमें किसी तरह का आदेश दिया जाता हो या कार्य करने का आग्रह किया जाता हो ऐसे वाक्यों को आगे वाचक या विधि सूचक वाक्य कहा गया है।
उदाहरण के लिए-
• कृपया अपना स्थान ग्रहण कीजिए।
• आपसे आग्रह है शांति बनाए रखिए।
• मेरे पास आओ।
• कुर्सी पर बैठो।

6. इच्छा वाचक वाक्य

ऐसे वाक्य जिनके शब्दों द्वारा हमें किसी भी प्रकार की इच्छा, उम्मीद या उनके द्वारा दिए जाने वाले आशीर्वाद का ज्ञान होता हो ऐसे वाक्यों को इच्छा वाचक वाक्य कहा गया है।
उदाहरण के लिए-
• ईश्वर तुम्हें लंबी उम्र दे।
• आपको जन्मदिन की बहुत-बहुत शुभकामनाएं।
• मेरा आज बगीचे में घूमने का मन कर रहा है।
• मेरी दुआएं हमेशा तुम्हारे साथ है।

7. संकेत वाचक वाक्य

ऐसे वाक्य जैन के द्वारा हमें किसी प्रकार का संकेत मिलता हो या किसी वस्तु के लिए इशारा मिलता हो इन वाक्यों को संकेतवाचक वाक्य कहा जाता है।
उदाहरण के लिए-
• जयपुर जाने का रास्ता इधर से है।
• संदीप का घर वहां है।
• तुम उस दुकान में जाकर दूध लेकर आओ।
• तुम वहां जल्दी पहुंच गए।

8. संदेह वाचक वाक्य

ऐसे वाक्य जिनके द्वारा हमें किसी प्रकार का संदेह महसूस होता हो उन वाक्यों को संधि वाचक वाक्यों की श्रेणी में रखा गया है।
उदाहरण के लिए-
• क्या तुमने अपना काम समय पर पूरा कर लिया?
• क्या वह घर चला गया?
• क्या तुम्हारा घर यहीं है?
• रमेश ने तुम्हारे पैसे वापस लौटा दिए क्या?

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रचना के आधार पर वाक्य के प्रकार (Rachana Ke Aadhar Par Vakya Ke Parkar)

रचना के आधार पर वाक्यों को तीन भागों में बांटा गया है जिनको इस प्रकार से प्रकट किया गया-
1. सरल वाक्य अथवा साधारण वाक्य।
2. संयुक्त वाक्य।
3. मिश्रित वाक्य।

FAQ

वाक्य किसे कहते है?

किसी भी भाषा में प्रयोग किए जाने वाले शब्दों को सुव्यवस्थित रूप से प्रकट करना जिसके द्वारा मनुष्य अपने विचारों का आदान प्रदान कर सकता है, उन्हें ही हम वाक्य के रूप में जानते हैं।

अर्थ के आधार पर वाक्य के कितने प्रकार होते है?

वाक्य को अर्थ के आधार पर 8 भागो में बाटा गया है जिसकी जानकारी हमने आपको इस आर्टिकल में दी है।

रचना के आधार पर वाक्य को कितने प्रकार में बाटा गया है?

रचना के आधार पर वाक्यों को तीन भागों में बांटा गया है जिसकी जानकारी हमने आपको इस आर्टिकल में दी है।

निष्कर्ष

मित्रों इस आर्टिकल के माध्यम से हमने वाक्य के प्रकार (Vakya Ki Paribhasha, Vakya Kise Kahte Hai) के बारे में डिटेल मे जानकारी दी है। आशा करते हैं हमारा वाक्य किसे कहते है? आर्टिकल आपको बेहद ही पसंद आया होगा तथा आपके निजी जीवन में कहीं ना कहीं इसकी उपयोगिता साबित होगी। इस आर्टिकल संबंधित कोई प्रश्न या शिकायत हो तो हमारे कमेंट सेक्शन में कमेंट करके हमें जरूर बताएं अथवा आप भी अगर हमारे लिए आर्टिकल लिखने के इच्छुक हैं तो हमारे वेबसाइट पर हमसे संपर्क कर सकते हैं।

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