महावीर स्वामी किस वंश के थे? : Mahaveer Swami Kis Vansh Ke The

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Mahaveer Swami Kis Vansh Ke The: भगवान महावीर स्वामी की लोकप्रियता देश में ही नहीं दुनिया भर में फैली हुई है। भगवान महावीर स्वामी को कई अन्य नाम जैसे कि वर्तमान अतिवीर इत्यादि से भी पुकारा जाता है। महावीर स्वामी का वंश कौन सा है। इसके बारे में हर व्यक्ति जानकारी लेने की इच्छा रखता है। महावीर स्वामी जो भगवान के रूप में जैन धर्म के लोगों द्वारा पूजे जाते हैं। आज के इस आर्टिकल में हम आपको महावीर स्वामी किस वंश के थे?(Mahaveer Swami Kis Vansh Ke The) इस बारे में जानकारी देने का प्रयास करेंगे।

Mahaveer Swami Kis Vansh Ke The: महावीर स्वामी किस वंश के थे?
Mahaveer Swami Kis Vansh Ke The: महावीर स्वामी किस वंश के थे?

महावीर स्वामी कौन थे?

महावीर स्वामी नाम काफी लोकप्रिय है। जैन धर्म के लोगों के लिए महावीर स्वामी एक भगवान है। महावीर स्वामी को जैन धर्म के लोग भगवान के रूप में पूजते हैं। भगवान महावीर जो जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर माने जाते हैं। इतना ही नहीं भगवान महावीर स्वामी को जैन धर्म के लोग भगवान मानते हैं। जैन धर्म के लोगों के धर्म के अनुसार सबसे प्रमुख देवता महावीर स्वामी को ही माना जाता है। महावीर स्वामी का जन्म आज से करीब ढाई हजार साल पहले ईसा पूर्व 599 ईस्वी में हुआ था।

महावीर स्वामी का परिचय

पूरा नाममहावीर स्वामी
अन्य नामवीर अतिवीर वर्धमान सन्मति
शिक्षाअहिंसा अनैतिक वाद अपरिग्रह
पिता का नामराजा सिद्धार्थ
माता का नामत्रिशला
जन्म दिनांक599 ईसा पूर्व
जन्म स्थानकुंड ग्राम वैशाली के निकट
जन्म तिथिचित्र शुल्क त्रयोदशी
मोक्ष स्थान और मोक्ष तिथिकार्तिक कृष्ण अमावस्या व पावापुरी जिला नालंदा बिहार
रंगगोरा

महावीर स्वामी किस वंश के थे? | Mahaveer Swami Kis Vansh Ke The

महावीर स्वामी किस वंश के थे(Mahaveer Swami Kis Vansh Ke The): इसके बारे में जानकारी लेने के लिए प्रतिदिन लाखों लोग गूगल पर सर्च करते रहते हैं इसी जानकारी को हम अपने इस आर्टिकल के माध्यम से शेयर कर रहे हैं। महावीर स्वामी जो “इक्ष्वाकु” वंश से थे इनका वंश “इक्ष्वाकु” था।

महावीर स्वामी का प्रारंभिक जीवन और विवाह

महावीर स्वामी का जन्म 599 ईसा पूर्व में हुआ था। उसके बाद महावीर स्वामी का नाम वर्धमान रखा गया और उसके पश्चात इन्हें वीर, अतिवीर और महावीर के नाम से भी पुकारा जाने लगा महावीर स्वामी के कुल 5 नाम है। महावीर स्वामी जो जैन धर्म के लोगों के लिए एक लोकप्रिय देवता माने जाते हैं। महावीर स्वामी के विवाह की यदि बात की जाए तो महावीर स्वामी ने विवाह नहीं किया महावीर स्वामी दिगंबर परंपरा यानी कि जैन परंपरा के अनुसार बाल ब्रह्मचारी बन गए थे।

महावीर स्वामी ने शादी नहीं की थी लेकिन माता-पिता की जबरदस्ती से उन पर शादी करने का एक बड़ा दबाव था। दिगंबर परंपरा के अनुसार उन्होंने शादी करने से मना कर दिया। लेकिन उसके बावजूद उनका विवाह यशोदा नामक सुकन्या के साथ संपन्न हुआ था और इस विवाह से प्रियदर्शनी नाम की कन्या का जन्म हुआ महावीर स्वामी की प्रियदर्शनी बेटी का विवाह राजकुमार जमाली के साथ किया गया

महावीर स्वामी की तपस्या

महावीर स्वामी ने अपने जीवन में तपस्या पर बहुत ज्यादा ध्यान दिया। जैन धर्म के लोकप्रिय देवता भगवान महावीर स्वामी ने साधना काल की अवधि 12 साल तक बिताई 12 साल तक घोर तपस्या करने के बाद महावीर ने दिगंबर साधु की कठिन चरिया को अंगीकार किया और उसके बाद निर्वस्त्र होकर तपस्या में लीन हो गए। कठिन तपस्या करने के साथ-साथ महावीर स्वामी ने मौन रहने का भी प्रण ले लिया था।

महावीर स्वामी किस वंश के थे?

FAQ’s

महावीर स्वामी कौन है?

भगवान महावीर स्वामी जो जैन धर्म के लोगों के लिए 24 व अंतिम तीर्थ कर है। जिनका जन्म 599 ईसा पूर्व बिहार के वैशाली में हुआ था भगवान महावीर स्वामी जो महाराज सिद्धार्थ और माता महारानी तृष्णा के बेटे हैं।

भगवान महावीर स्वामी का दामाद कौन है?

भगवान महावीर स्वामी की शादी यशोदा नाम की सुकन्या के साथ हुई थी। इस शादी से भगवान महावीर स्वामी को प्रियदर्शनी नाम की एक कन्या हुई और महावीर स्वामी की बेटी प्रियदर्शनी का विवाह राजकुमार जमाली के साथ संपन्न हुआ अतः भगवान महावीर स्वामी का दामाद राजकुमार जमाली है।

महावीर स्वामी भगवान कैसे बने?

महावीर स्वामी ने राजा के घर में जन्म लेने के बावजूद भी अपने आपको दिगंबर परंपरा के अनुसार ढालने का प्रयास किया और दिगंबर परंपरा के अनुसार महावीर स्वामी ने निर्वस्त्र होकर भयंकर तपस्या करने का फैसला लिया और उसी के बाद उन्हें भगवान महावीर स्वामी की उपाधि मिल गई। भगवान महावीर स्वामी जो दिगंबर साधु के रूप में 12 साल की कठिन तपस्या करने के बाद ज्ञान अर्जित कर के दिगंबर साधु बन गए।

जैन धर्म के अंतिम तीर्थंकर कौन है?

जैन धर्म के अंतिम तीर्थंकर भगवान महावीर स्वामी है जो जैन धर्म के 24वें और अंतिम तीर्थ कर माने जाते हैं।

महावीर स्वामी किस वंश के थे? | Mahaveer Swami Kis Vansh Ke The

महावीर स्वामी जो “इक्ष्वाकु” वंश से थे इनका वंश “इक्ष्वाकु” था।

निष्कर्ष

भगवान महावीर स्वामी जो जैन धर्म के लोगों के लिए एक लोकप्रिय देवता माने जाते हैं। भगवान महावीर स्वामी के वंश (Mahaveer Swami Kis Vansh Ke The) के बारे में जानकारी लेने की इच्छा हर व्यक्ति रखते हैं। आज के आर्टिकल में हमने आपको Mahaveer Swami Kis Vansh Ke The के बारे में जानकारी दी है हमें उम्मीद है कि हमारे द्वारा दी गई जानकारी आपको पसंद आई होगी। यदि किसी व्यक्ति को हमारे Mahaveer Swami Kis Vansh Ke The आर्टिकल से जुड़ा हुआ कोई भी सवाल है तो वह हमें कमेंट के माध्यम से बता सकता है।

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