NAV full form in Hindi

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NAV full form in Hindi

NAV का पूरा नाम क्या है?

दुनिया में लोगों ने डिजिटल तरीके से बहुत ही खास प्रगति किए हैं और अभी भी हम अनुमान लगाएं उससे कहीं अच्छे तरीके से प्रगति करने वाले हैं जो हमें समय बताएगा कि इंसान को किस किस चीजों की जरूरत है तथा भवन क्षेत्रों में कमी पूर्ति किस प्रकार से कितने कम से कम समय में पूरी करता है। ऐसे ही हमारे आसपास के बहुत से बैंक होंगे जो हमारे लिए रोजमर्रा की जिंदगी में काम आने वाली स्कीमों को प्रस्तुत करता है तथा कुछ ऐसी स्कीम निकाली जाती है जो आपसे पैसा लेकर बाजार में निवेश करती है आपके उस निवेश का अनुपात उस बाजार में निवेश की गई धनराशि के मिलने वाले प्रॉफिट पर निर्भर करता है कि आपको उस संपूर्ण प्रॉफिट का कितना प्रतिशत हिस्सा आपके निवेश पर मिलेगा।
समय के अनुरूप शेयर मार्केट में खूब अच्छी तरक्की की है कुछ कंपनियों ने डिजिटल करेंसी को भी बाजार में उतारा है जो समय के अनुसार काफी अच्छा रिस्पांस दे रही है जिसका मूल्य प्रतिदिन बाजार भाव के आधार पर उतरता चढ़ता रहता है उन्हीं के साथ साथ हमारे स्थानीय बैंकों ने हमारे लिए म्यूचल फंड की स्कीमों को लागू कर रखा है जिस के नियम और शर्तों के आधार पर हम हमारा पैसा उन कंपनियों में निवेश कर सकते हैं तथा समय के अनुरूप उस निवेश पर हमारा फायदा या नुकसान हमें प्राप्त होता है जो पूर्णतया हमारे ऊपर निर्भर करता है कि हमें पैसा कितने समय के लिए लगाना है अथवा कब उस निवेश की वेतन को वापस निकालना है।
तो चलिए हम आने वाले इस आर्टिकल में समझेंगे कि यह बाजार भाव किस प्रकार से काम करता है किस माहौल में बाजार गर्म रहता है या बाजार भाव गिर जाते हैं ऑनलाइन निवेश कहां करना चाहिए किस प्रकार से करना चाहिए इन सब चीजों के बारे में आपके साथ पूर्वक इस आर्टिकल में जानेंगे।

NAV full form in English: Net asset value
NAV full form in Hindi: निवल आस्ति मूल्य है। NAV का संबंध वाणिज्यिक क्षेत्र से संबंधित है।
आज के समय में सैकड़ों बाजारू कंपनियां हो गई है जो हमारे भविष्य निधि निर्धारण हेतु पैसा जोड़ने का काम करती है। वर्तमान समय में म्यूचल फंड जयश्री स्कीम बहुत सारी कंपनियां लेकर बाजार में उतरी हुई है लेकिन म्यूचुअल फंड में निवेश करना उतना ही रिस्की है। यहां आपको भविष्य की बचत हेतु कई स्कीम बताई जाती है जो आपको सोच समझकर स्कीम को अगर अपनाना है तो वहां पर रिस्क लेकर अपनाना होगा यह बिल्कुल सुरक्षित भी नहीं है क्योंकि इसमें किए गए निवेश की कीमतें हैं। आपकी इस स्कीम परिपक्व होने के समय के दौरान होने वाले बाजार मूल्य के अनुसार कीमतें तय करेगी इस दौरान आपके द्वारा किए गए निवेश कहां को कई सैकड़ों गुना भी रिटर्न मिल सकता है क्या आपने जो निवेश किया है उसका आधा भी मिलना मुश्किल हो सकता है यह सब बाजार भाव के ऊपर निर्धारित होता है।

चलिए अब हम Net asset value (निवल आस्ति मूल्य) के बारे में विस्तार पूर्वक जानते हैं म्यूचल फंड में इसकी क्या अहमियत है। Net asset value (निवल आस्ति मूल्य) आपके द्वारा निवेश किए गए धन को उस कंपनी बाजार भाव को तय करता है जिस प्रकार से अगर आपने किसी अमूल कंपनी में निवेश किया है तो उस कंपनी का वर्तमान बाजार मूल्य तय करने में नेट ऐसेट वैल्यू काम आता है। आपको बता दें जिस प्रकार से बैंकों का नियंत्रण SEBI के अधीन होता है वैसे ही म्यूचल फंड की सारी कंपनियां भी यही नियंत्रित किए हुए होते हैं।
आपके द्वारा निवेश किया गया धन जहां कहीं भी लगाया गया है उस धन का बाजार भाव प्रतिदिन बदलता रहता है जब आप की पॉलिसी परिपक्व हो जाती है जब आपको आपके द्वारा निवेश किए गए धन की समयावधि परिपक्व हो जाती है तब आपको उस दिन के हिसाब से रिटर्न मिलेगा जो नेट ऐसेट वैल्यू तय करती है।
नेट ऐसेट वैल्यू बाजार भाव के साथ उतरता है याद चढ़ता रहता है क्या आपके द्वारा निवेश किए गए धन की बाजारी कीमत तय करता है अगर बाजार के भाव तेज होंगे तो नेट कैसे वैल्यू बढ़ेगी पर बाजार भाव गिरता है तो उसके साथ-साथ नेट ऐसेट वैल्यू भी घटेगी।
म्यूचल फंड में नेट ऐसेट वैल्यू का सीधा संबंध आपके द्वारा खरीदे गए शहरयार निवेश किए गए धन की यूनिट पर निर्धारित होता है। इससे हम एसआईपी के द्वारा भी खरीद सकते हैं क्या भेज सकते हैं। ध्यान रखें हमने कई बार अखबारों या टेलीविजन पर भी म्यूचल फंड से संबंधित विज्ञापन देखे होंगे जिसमें कंपनियों की पॉलिसी बताती हैं कि म्यूचुअल फंड में निवेश करना जोखिमों के अधीन है म्यूचल फंड में निवेश करने से पहले आप इसको अच्छी तरह से समझने तथा नियम शर्तों को पढ़कर और समझकर निवेश करें।
म्यूचल फंड में निवेश करने से पहले आप अपने सलाहकार या समझदार व्यक्ति जो लंबे समय से मिरचल फंड में लेनदेन कर रहा है उसकी राय ले सकते हैं या उससे भी सलाह मशवरा करके इन स्कीम के बारे में विस्तार से जान सकते हैं जिसकी बदौलत आपको भविष्य में निवेश करने मैं समस्याओं का सामना नहीं करना पड़े।

Conclusion

आज के इस आर्टिकल के माध्यम से हमने समझा कि म्यूचुअल फंड किस प्रकार कार्य करता है तथा इस स्कीम का आधार क्या है इसके अंतर्गत होने वाले फायदे और नुकसान कैसे प्राप्त होते हैं अच्छा-अच्छा निवेशक बनने के लिए हमें कौन-कौन से तरीके अपनाने चाहिए।
आशा करते हैं हमारा यह आर्टिकल आपको बहुत ही पसंद आया होगा और उम्मीद करते हैं कहीं ना कहीं आपकी निजी जिंदगी में हमारा यह आर्टिकल आपके लिए बहुत ही उपयोगी साबित हो।

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