ED Full Form In Hindi

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ED Full Form In Hindi : ED क्या है? ED का क्या मतलब है? ED के क्या कार्य है? इसके बारे में पूर्ण जानकारी हम आपको इस आर्टिकल में देंगे। Ed Full Form In Hindi: प्रवर्तन निदेशालय या आर्थिक परवर्तन महानिदेशालय होता है।
ED Full Form In English : “Directorate of Enforcement”/ “Directorate General of Economic Enforcement”.
☆ED क्या है?
भारत सरकार के वित्त मंत्रालय के राजस्व विभाग के अधीन एक विशेष वित्तीय जांच एजेंसी है। यह एजेंसी भारत में विदेशी संपत्ति मामला धन शोधन आय से अधिक संपत्ति की जांच करती है।
इसका मुख्यालय नई दिल्ली में है ED की स्थापना 1 मई सन 1956 को की गई थी। हिंदी विदेशी मुद्रा विनिमय अधिनियम 1977 के अंतर्गत कार्य करता था। इस अधिनियम को फेरा के नाम से जाना जाता था। 1 जून 2000 को फेमा लागू कर दिया गया। कुछ समय बाद फेमा से संबंधित सभी मामलों को एडी के अधिकार में कर दिया। यह केंद्रीय राजस्व विभाग एवं वित्त मंत्रालय के अधीन कार्य करती है। यह एक गैर संवैधानिक निकाय है। जिसका संविधान के अंतर्गत कहीं भी वर्णन नहीं है। यह एजेंसी भारत सरकार के फेरा व फेमा कानून के अंतर्गत कार्य करती है। इसका चयन IAS, IPS, RAS के रैंक के अधिकारियों में से किया जाता है। यह एक गुप्त एजेंसी है। जिसका कार्य वित्तीय संबंधी अपराधों पर पूर्ण रूप से नजर रखना है।
भारत में आर्थिक कानून लागू करने और आर्थिक मामलों से लड़ने के लिए कानून प्रवर्तन एजेंसी और आर्थिक खुफिया एजेंसी है। प्रवर्तन निदेशक इसके प्रमुख है। यह Indian Revenue Service, Indian Corporate Low service, Indian Police Service और Indian Administrative service के अधिकारियों से बना है।
☆ED के कार्यालय!
एडी के मुख्य पांच कार्यालय है। जो मुंबई, चंडीगढ़ नई दिल्ली, कोलकाता, में स्थित है। ईडी के 16 क्षेत्रीय कार्यालय है। जो अहमदाबाद, बेंगलुरु, चंडीगढ़, चेन्नई, कोच्चि, दिल्ली, पणजी, गोवाहटी, हैदराबाद, जयपुर, जालंधर? कोलकाता, लखनऊ, मुंबई, पटना और श्रीनगर में स्थित है। क्षेत्रीय कार्यालय प्रमुख को संयुक्त निदेशक कहा जाता है। और एक ग्यारह क्षेत्र कार्यालय है। जो भुवनेश्वर कोझिकोड? इंदौर, मधुरे, नागपुर, प्रयागराज, रायपुर, देहरादून, रांची, सूरत, शिमला में स्थित है जिन के प्रमुख उपनिदेशक है।
☆ ED के उद्देश्य:
प्रवर्तन निदेशालय की स्थापना का मुख्य उद्देश्य देश में मनी लॉन्ड्रिंग करने वालों को के खिलाफ सख्त कानूनी कार्यवाही करना है। जिसमें उनकी संपत्ति को जप्त करना और भ्रष्टाचार करने वालों पर कानूनी कार्यवाही करना है।
☆ED के कार्य:
▪︎ ED फेमा के प्रावधान को संदिग्ध उल्लंघन की जांच करता है।
▪︎ विदेशी विनिमय के नियम का उल्लंघन करना और फेमा के तहत अन्य प्रकार के उल्लंघन भी शामिल है।
प्रवर्तन निदेशालय फेमा 1999 के उल्लंघन से रिलेटेड खुफिया जानकारी इकट्ठी करता है।
▪︎धन शोधन अधिनियम का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ अभियोजन की कार्यवाही भी करता है।
▪︎पूर्व केFERA 1973 और FEMA 1999 के उल्लंघन से संबंधित मामलों को निपटाने और कार्यवाही को समापन करने पर लगाए जा चुके दंड का निर्णय करता है।
CONCLUSION
हमने इस आर्टिकल के थ्रू ED के बारे में आपको पूर्ण जानकारी देने की कोशिश की है। मुझे आशा है कि आपके यह आर्टिकल काम आएगा। इससे जुड़े अन्य कोई भी सवाल हो तो हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं। आर्टिकल आपको कैसा लगा कमेंट सेक्शन में जरूर बताएं।

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