CCE Full Form In Hindi

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CCE क्या है?

वैसे तो CCE एक आम शार्ट फॉर्म है। गौरव से संबंधित कई क्षेत्रों में आपको विभिन्न प्रकार के मतलब दिखाने वाले शब्द मिल जाएंगे परंतु आज हम जिस मुद्दे पर बात करने वाले हैं वह शिक्षा से जुड़े क्षेत्र से संबंधित हैं। इसका शिक्षा के क्षेत्र में क्या महत्व है? विस्तार पूर्वक जानते हैं इसका मतलब क्या होता है? और इसका अस्तित्व क्या है?
CCE का पूरा नाम Continuous and Comprehensive Evaluation है, जिसे हम हिन्दी में सतत एवं व्यापक मूल्यांकन के नाम से जानते हैं।

सीसीई किस प्रकार से किया जाता है?
किसी भी सरकारी या अर्ध सरकारी शैक्षणिक संस्था में अध्ययनरत छात्र के विभिन्न प्रकार की परीक्षाओं के फलस्वरूप अध्यापकों द्वारा मूल्यांकन किया जाता है। हर प्रकार के परीक्षा के बाद उनका मूल्यांकन होता है, तो ऐसे ही जब विद्यार्थी सारी परीक्षाएं पूर्ण कर लेता है तब शिवचरण अंतिम नतीजे पर पहुंचने से पहले उस विद्यार्थी से संबंधित संपूर्ण गतिविधियों का मूल्यांकन करता है जिसमें विद्यार्थी का उस शिक्षण संस्था के प्रति आचरण अपने सहपाठियों के साथ तथा अध्यापकों के साथ रहे व्यवहार अनुशासन शैक्षणिक गतिविधियों के आधार पर की अंतिम मूल्यांकन किया जाता है जिसमें उस विद्यार्थी की दैनिक उपस्थिति को भी जोड़ा जाता है।
Continuous and Comprehensive Evaluation (सतत एवं व्यापक मूल्यांकन) करने के पीछे एक बड़ा कारण यह भी है की ऐसा करने से विद्यार्थियों का मानसिक तनाव काफी हद तक कम किया जा सकता है क्योंकि इसमें शिक्षकों द्वारा विद्यार्थियों की अन्य महत्वपूर्ण गतिविधियों पर भी ध्यान दिया जाता है जिसमें खेल कूद और सामान्य ज्ञान जैसे मानसिक विकास में काम आने वाले सभी गतिविधियों को सम्मिलित किया जाता है तथा ऐसे कार्यक्रम विद्यालयों में अध्यापकों द्वारा बच्चों के मानसिक विकास हेतु आयोजित किए जाते हैं जिसके फलस्वरूप बच्चों के मानसिक तनाव को खत्म किया जा सकता है। या यूं कहा जाए कि काफी हद तक कम कर सकते हैं।

Continuous and Comprehensive Evaluation (सतत एवं व्यापक मूल्यांकन) करना आज के युग में छात्रों और अध्यापकों के आपसी व्यवहार संबंधित तालमेल को बनाए रखने में भी कारगर साबित होते हैं। इसमें आज की शिक्षा प्रणाली को बेहतर बनाने के प्रयास किए गए हैं। छात्रों के लिए नवीनतम पाठ्यक्रमों को जोड़ा गया है जिसके ब्रांच छात्रों को समय के अनुसार जरूरतों की पूर्ति की जा सके क्योंकि छात्रों को पढ़ाया जाने वाले पाठ्यक्रम दो काल के अध्यापन अनिवार्य करता है जिसमें भूतकाल के अपने इतिहास में रह जाते हैं तथा हम चाहते हैं कि आधुनिक छात्र वर्तमान को भी भली-भांति समझे तथा भविष्य में आने वाली गतिविधियों के लिए भी तैयार रहें।
इसी प्रकार से सीसी बहुत ही कारगर साबित हो रही है जिसके उपरांत पाठ्यक्रम को बहुत ही सरल बना दिया है अध्यापन कार्य भी काफी हद तक डिजिटल हो गया है और समय की मांग को देखते हुए लगभग प्रत्येक शिक्षण संस्थान ने शिक्षण कार्यों को आधुनिक तकनीक की से जोड़कर अध्यापन कार्य करवाना शुरू कर दिया है।

conclusion
मुझे उम्मीद है मेरा आर्टिकल आप लोगों के पसंद आया होगा। सीसीई के बारे में हमने जो आपको जानकारी दिए वह आपके काम आएगी। अगर आपको अच्छा लगा और इससे जुड़े अन्य कोई आपके सवाल हो तो आप कमेंट में जरूर बताएं। मैंने उसके बारे में आपको पूरी जानकारी पहुंचाने की पूरी कोशिश की है। मुझे आशा है इससे आपको मदद मिलेगी।

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