EDI full form in Hindi

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EDI full form in Hindi
क्या ईडीआई से संबंधित किसी भी प्रश्न का उत्तर जानने के लिएआप यहां आए हैं? बिल्कुल सही जगह पर आए हैं आज हम आपको इस आर्टिकल में ईडीआई का फुल फॉर्म इन हिंदी बताएंगे। ई डी आई क्या है?इडीआई की फुल फॉर्म क्या है? इडीआई की फुल फॉर्म इन हिंदी। इन फुल फॉर्म इन इंग्लिश। इसके क्या यूज है।इन सब के बारे में आज आपको इस आर्टिकल में हम पूर्ण जानकारी देंगे।
EDI full form in English: Electronic Data Interchange
EDI full form in Hindi: इलेक्ट्रॉनिक सूचना आदान-प्रदान है।
EDI क्या है?
EDI का फुल फॉर्म हिंदी में होता है। इलेक्ट्रॉनिक सूचना का आदान प्रदान। इसका मतलब है कि यहां एक कंप्यूटर से दूसरे कंप्यूटर में दस्तावेज डाटा या सूचनाओं का आदान प्रदान करते हैं। आज की जनरेशन में सबसे अधिक कार्य इंटरनेट और कंप्यूटर स होते हैं। आजकल की टेक्नोलॉजी इतनी बढ़ गई है कि लोगों को एक स्थान से दूसरे स्थान पर किसी वस्तु या डाटा को भेजने के लिए भी बहुत सारे एप्लीकेशंस है जिनके थ्रू वह बैठे एक स्थान से दूसरे स्थान पर अपने सामान तथा दस्तावेज का आदान प्रदान कर सकते हैं। EDI का यूज करने के लिए दो कंपनियों के कंप्यूटर सिस्टम को एक दूसरे से सीधे संवाद करना पड़ता है। इसमें इंसान का कोई रोल नहीं होता है इसमें कंप्यूटर सिस्टम को दूसरे के कंप्यूटर सिस्टम को समझना होता है। उनके बीच में ट्रांसफर होने वाले सूचना को समझने के लिए same sttenderd formate होता है। यह ज्यादातर उन कंपनियों के द्वारा यूज होता है जो ऑनलाइन बिजनेस करती है। EDI दस्तावेजों के आदान-प्रदान के लिए उपयोग में लिया जाता है। एक स्थान से दूसरे स्थान पर सूचनाओं को भेजने के लिए इसका उपयोग किया जाता है। इसमें अन्य किसी कंपनियों के हस्तक्षेप के बिना इलेक्ट्रॉनिक रूप से अन्य कंपनियों को जानकारी और दस्तावेज भेज सकते हैं। EDI 30 वर्षों से अधिक समय से उपयोग में आ रहा है। सबसे ज्यादा इसका उपयोग बिजनेसमैन के द्वारा किया जाता है।
इलेक्ट्रॉनिक डाटा एक्सचेंज में जिस कंप्यूटर द्वारा किसी दूसरे कंप्यूटर को डाटा भेजा जाता है उसे सैंडर या जिस कंप्यूटर से दूसरी कंप्यूटर में डाटा को प्राप्त किया जाता है उसे रिसीवर कहते हैं।
▪︎ EDI सिस्टम की कार्यप्रणाली
• सबसे पहले प्रोग्राम जिस डॉक्यूमेंट या डाटा को भेजना होता है उसको तैयार करता है। उस डाटा को इकट्ठा करके सेव करता है ।
• इसके बाद में डॉक्यूमेंट को सॉफ्टवेयर के द्वारा EDI के फॉर्मेट में ट्रांसलेटर से ट्रांसलेट करता है। जब डॉक्यूमेंट इडीआई में ट्रांसलेट हो जाता है तो भेजने के लिए रेडी हो जाता है। इस डॉक्यूमेंट को जहां भेजना होता है इलेक्ट्रॉनिक रूप से भेज दिया जाता है।
• डॉक्यूमेंट का ट्रांसफर HTTP, HTTPS, FTP प्रोटोकोल के द्वारा होता है।
• इसके बाद में डॉक्यूमेंट रिसीवर के पास पहुंच जाता है। बहुत रिसीवर के पास इनबॉक्स में तब तक सेव रहता है जब तक उसे देखकर प्रोसेस में कामना ले ले।
EDI के फायदे
• इसमें सूचनाओं को भेजने में बहुत कम से कम समय लगता है क्योंकि इलेक्ट्रॉनिक रूप से एक स्थान से दूसरे स्थान पर भेजा जा सकता है।
• इस क्रिया में गलतियां होने की संभावना है कुछ कम होती है। इस प्रक्रिया की मदद से हम कम से कम समय में डाटा को एक स्थान से दूसरे स्थान पर भेजा जा सकता है या प्राप्त किया जा सकता है।
• इसके द्वारा का आदान-प्रदान बहुत सरल तरीके से होता है। इसको भेजने में लागत भी बहुत कम होती है। समय की बर्बादी नहीं होती है।
• इसमे समय तथा लागत दोनों ही कम होते हैं।

Conclusion

आज इस आर्टिकल में हमने आपको बताया कि Edi ऐसी प्रक्रिया होती है जिसके द्वारा किसी डाटा या दस्तावेज को यह सूचना को एक स्थान से दूसरे स्थान पर इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से अपन पहुंचा सकते हैं। इस प्रक्रिया में सूचना का आदान प्रदान करना बहुत ही आसान और बहुत कम समय में होता है गलती गलतियां नहीं होती है। हमने इस आर्टिकल में आज आपको आईटीआई से संबंधित बहुत प्रकार की जानकारी देने का प्रयास किया है। इस आर्टिकल में इडी आई का फुल फॉर्म क्या है? इसके फायदे, कार्यप्रणाली की जानकारी दी है। यदि आपको हमारा आर्टिकल पूरा पढ़ा है तो आपको समझ आ गया होगा कि यह डीआई क्या होता है। आशा करती हूं आपको मेरा आर्टिकल पसंद आया होगा इससे जुड़े अन्य कई प्रश्न हो तो कमेंट सेक्शन में जरूर बताएं।

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